Best 50+ Ghar Barbad Karne Wali Shayari | बर्बाद करने वाली शायरी

नमस्कार दोस्तों आप सब का सवागत है हमारे वेबसाइट पर आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए लेकर आये है Ghar Barbad Karne Wali Shayari और हम उम्मीद करते हैं कि यह Shayari आपको काफी पसंद आएगी

Ghar Barbad Karne Wali Shayari

Ghar Barbad Karne Wali Shayari | जिंदगी बर्बाद करने वाली शायरी

“ सिर्फ हम ही है तेरे दिल में,
बस यही गलतफहमी हमें बर्बाद कर गई…!!

“ बरबाद करना था तो किसी और तरीके से करते
जिंदगी बनकर जिंदगी ही छीन ली तुमने…!!

“ रोज़ रोते हुए कहती है ये ज़िंदगी मुझसे,
सिर्फ एक शख्स कि खातिर मुझे बर्बाद मत कर…!!

“ बरबाद होकर यार के
दिल में मिली जगह,
आबाद कर गई मेरी
बरबादियाँ मुझे….!!

“ तेरी हालत से लगता है
तेरा अपना था कोई,
इतनी सादगी से बरबाद
कोई गैर नहीं करता…..!!

“ ये दुनिया तुम्हें एक पल में बरबाद कर देगी,
मोहब्बत हो भी जाए तो उसे मशहूर मत करना…!!!

“ फ़रिश्ते ही होंगे
जिनका हुआ इश्क़ मुकम्मल,
इंसानों को तो हमने
सिर्फ बर्बाद होते देखा है….!!!

“ किस ने कहा, किस से कहा, ये सब कहाँ अब याद है,
दिल ही ज़रा बर्बाद है, बाकी तो सब आबाद है…!!

“ ईश्क में इस कदर हमारी बर्बादी हो गई,
हमने जिस -जिस को चाहा उसकी शादी हो गई..!…!!

“ वाह रे इश्क़ तेरी मासूमियत का जवाब नहीं,
हँसा कर करता है बर्बाद तू मासूम लोगों को…!!

“ उसने पूछा जिंदगी किसने बरबाद कर दी।
हमने उंगली उठाई और अपने ही दिल पर रख दी…!!

“ बरबद कर दिया हमें परदेश ने
मगर मां सबसे कह रही है
कि बेटा भूल भुलैया में है…!!

“ दर्द है दिल में पर इसका
एहसास नहीं होता,रोता है
दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं
इस तरह प्यार नहीं होता….!!!

“ आसान नहीं आबाद करना घर मोहब्बत का,
ये उनका काम है जो ज़िन्दगी बर्बाद करते हैं…!!

“ बर्बाद कर देती है मोहब्बत,
हर मोहब्बत करने वाले को,
क्यों कि इश्क हार नहीं मानता,
और ये दिल बात नहीं मानता….!!

“ अक्सर हम अपनी रात यूं बरबाद करते हैं
बैठक के किसी कोने में उन्हें याद करते हैं
उनकी वापसी की उम्मीद तो छोड़ दी
कब की फिर भी ना जाने क्यों हम
अपना वक्त बरबाद करते हैं…!!

“ तुझ को खबर नहीं मगर इक सादा-लौह को
बर्बाद कर दिया तेरे दो दिन के प्यार ने…!!

“ माई जानता हूं के
उसके बिना जी नहीं पाउंगा
हाल उसका बी यही है
मगर किसी या के लिए…!!

“ न जाने किस तरह के हैं दुनिया के लोग भी,
प्यार भी प्यार से करते हैं और बर्बाद भी प्यार से…!!

“ वो कहती है मेरे पास रहो
आस पास रहो मेरे इश्क़ में दिन रात रहो,
यानि कि बर्बाद थे ,
बर्बाद हो ,बर्बाद रहो….!!

“ गर बूंदों का असर होता तो,
यह फसल कभी बर्बाद नहीं होती…!!

“ जब जब कोई बात प्रतिष्ठा
का विषय बनती हैं.
तो वही बात सबसे ज्यादा घातक होती हैं….!!

“ आज न जाने क्यों मुझसे मेरी
जिंदगी ने सवाल कर दिया,
किसी एक शाख की खातिर क्यों
तूने मुझे बरबाद कर दिया…!!

“ सुना है इश्क का शोक नहीं
तुम को मगर बरबद तुम
कमल कर्त्य हू…!!

“ बाद-ए-हिज्र जमाने और मयखाने दोनो से मिला था,
कुछ यूँ मैने अपनी जिंदगी को बर्बादी का हवा दिया था…!!

“ एक जैसी ही दिखती थी
माचिस की वो तीलियाँ कुछ
ने दिये जलाये.. और कुछ ने घर….!!

“ तुम्हारे किरदार पर एक किताब लिखेंगे,
उस किताब का नाम हम, बर्बाद लिखेंगे…!!

“ इश्क कर लीजिए बेइंतेहा किताबो से..
एक यही ऐसी चीज़ है
जो अपनी बातों से पलटा नही करती….!!

“ फ़रिश्ते ही होंगे जिनका हुआ इश्क़ मुकम्मल,
इंसानों को तो हमने सिर्फ बर्बाद होते देखा है…!!

“ सज़दे कीजिये,
या माँगिये दुआयें,
जो आपका है ही नही,
वो आपका होगा भी नही….!!

“ कुछ लोग पसंद करने लगे हैं अल्फाज मेरे,
मतलब मोहब्बत में बरबाद और भी हुए हैं…!!

“ आज भी उनकी नज़रों में राज़ वही था
चेहरा वही था चेहरा कालीबस वही था
कैसे उन्हें बेवफा कह दू आज भी
उनके देखने का अंदाज़ वही था…!!

“ बरबाद होकर यार के दिल में मिली जगह,
आबाद कर गई मेरी बरबादियाँ मुझे…!!

“ ना जाने क्यों कोसते हैं लोग बदसुरती को,
बर्बाद करने वाले तो हसीन चेहरे होते हैं…!!

“ होता है जिस जगह मेरी बर्बादियों का जिक्र,
तेरा भी नाम लेती है दुनिया कभी-कभी…!!

“ मैंने तो बस मोहब्बत ही की थी,
फिर क्यों लग रहा है ऐसा,
कोई गुनाह किया हो जैसा….!!

“ ये झूठ है के मुहब्बत किसी
को बरबाद करते हैं
लोग खुद ही बरबाद हो जाते हैं
मुहब्बत हासिल करते हैं…!!

“ मालूम है मुझे वो ना
मेरी थी ना कभी होगी !
बस इक शौक था उसके
“पीछे “जिदंगी बर्बाद करने की….!!

“ लुटा के हर चीज मंजिल-ए-इश्क़ की राह में,
मैं हँस पड़ा हूँ आज खुद को बरबाद देख के…!!

“ आइये तमाशा देखने वालों,
बर्बाद-ए-हालात हमारा ही नाम है…!..!!

“ इक तलब लगी थी यारो
चन्द दिनों में ही बर्बाद हो गया…!!

“ तू मेरी बरबादियों के जश्न
में शामिल रहा, ये तसव्वुर ही
बहुत आराम देता है मुझे….!!!

“ कहाँ आँसुओं की ये सौग़ात होगी,
नए लोग होंगे नई बात होगी…..!!

“ हो सकती है ज़िन्दगी में मोहब्बत दोबारा,
बस होसला होना चाहिए बर्बाद होने का।?…!!!

“ वैसे तो तुम्हीं ने मुझे बर्बाद किया है
इल्ज़ाम किसी और के सर जाए तो अच्छा…!!

“ तेरी मोहब्बत भी खरीदने के
घर की तरह थी,
कितना भी सजा,
पर मेरी न हुई…!!

“ तेरी हालत से लगता है तेरा अपना था कोई,
इतनी सादगी से बरबाद कोई गैर नहीं करता…!!

“ कौन कहता है, मोहब्बत बर्बाद करती है…
निभाने वाला मिल जाये तो दुनिया याद करती है…!?…!!

“ मेरे इश्क़ से मिली है
तेरे हुस्न को ये शौहरत ,
तेरा ज़िक्र ही कहाँ था मेरी
दीवानगी से पहले….!!

“ छोड़ो वफ़ाओं के किस्से ये
उमरों का रोना है
पहले ही कौन हमारा था
अब किसने हमारा होना है।….!!!

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