Manzil Quotes In Hindi – दोस्तों हमें ये बात हमेशा याद रखना चाहिए की किसी भी काम में बिना कठोर परिश्रम या मेहनत के कोई भी सफलता अथवा मंज़िल नहीं मिल सकती और हर कोई अपने आप को सफल बनाने के लिए अपने ‘मंजिल’ की तलाश में अपनी पूरी ताकत लगा देते हैं। और आजकल की भाग-दौड़ में दुनिया में कोई भी किसी से पीछे रहना नहीं चाहता।
इस दुनिया के रेस में हर किसी की बड़ी ख्वाहिश होती है। क्या आप भी मंजिल तक न पहुँच पाने के कारण उदास या निराश है? तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ बेहतरीन Manzil shayari, manjil status in hindi, motivational manzil shayari, मंजिल शायरी हिंदी, मंजिल शायरी 2023, और हम उम्मीद करते हैं यह Manzil Quotes In Hindi आपको काफी पसंद आएंगे
Manzil Quotes In Hindi | मंजिल पाने की शायरी
रख हौसला वो मंज़र भी आएगा,
प्यासे के पास चल के समन्दर भी आएगा,
थक कर ना बैठ ऐ मंजिल के मुसाफ़िर
मंजिल भी मिलेगी, और मिलने का मज़ा भी आएगा.
मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है,
पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती हैं.
मंजिल मिले या ना मिले ये तो
मुकद्दर की बात है हम कोशिश भी
ना करे ये तो गलत बात हैं !!
सोचने से कहाँ मिलते है तमन्नाओं के शहर,
चलना भी जरूरी है मंजिल को पाने के लिए.
कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी हार,
होकर निराश मत बैठना ऐ मेरे यार,
बढ़ते रहना आगे ही जैसे भी मौसम हो,
पा लेती मंजिल चींटी भी…गिर फिर कर कई बार.
कब मिल जाए किसी को मंजिल ये मालूम नहीं,
इंसान के चेहरे पर उसका नसीब लिखा नहीं होता.
Manzil Status in Hindi
कभी उनको मिलती नहीं कोई मंजिल,
बदलते है जो हर कदम पर इरादें.
मंजिल सामने थी मगर रास्ते कहीं खो गये,
हम तुम अपने घरों के वास्ते कहीं खो गये.
ठोकरे मिलती है सफलता की राहों में
यह हर कोई जानता है,
पर मंजिल सिर्फ उसी को मिलती है
जो कभी हार नहीं मानता है.
कितना मुश्किल है बड़े हो कर बड़े रहना भी,
अपनी मंजिल पर पहुँचना भी खड़े रहना भी.
मंज़िल तो मिल ही जायेगी भटक कर ही सही
गुमराह तो वो हैं जो घर से निकला ही नहीं !!
जिस दिन से चला हूँ मेरी मंज़िल पे नज़र है
आँखों ने अभी मील का पत्थर नहीं देखा !!
मिलना किस काम का अगर दिल ना मिले,
चलना बेकार है जो चलके मंजिल ना मिले.
Manzil Shayari 2 Lines
ये क्या उठाये कदम और आ गयी मंजिल,
मज़ा तो तब है कि पैरों में कुछ थकान रहे.
दिल बिन बताएं मुझे ले चला कहीं,
जहाँ तू मुस्कुराएँ मेरी मंजिल वहीं.
रास्ते कहां ख़त्म होते हैं ज़िंदग़ी के सफ़र में,
मंज़िल तो वहां है जहां ख्वाहिशें थम जाएं।
मंजिल इंसान के हौसलें आजमाती है,
सपनों के पर्दे, आँखों से हटाती है,
किसी भी बात से हिम्मत ना हारना
ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है.
Manzil Shayari in hindi
मेरी हर अदा का आइना तुझसे है,
मेरी हर मंजिल का रास्ता तुझसे है,
कभी दूर न होना मेरी जिन्दगी से
मेरी हर ख़ुशी का वास्ता तुझसे है.
बहुत गुरूर था, छत को छत होने पर,
एक मंजिल और बनी और वो छत फर्श हो गई.
अगर निहागें हो मंजिल पर और कदम हो राहों पर,
ऐसी कोई राह नहीं जो मंजिल तक न जाती हो.
हर सपने को अपनी साँसों में रखे
हर मंज़िल को अपनी बाहों में रखे
हर जीत आपकी ही है
बस अपने लक्ष्य को अपनी निगाहों में रखे !!
मंज़िल होगी आसमाँ ऐसा यकीं कुछ कम है
अपने नक्शे के मुताबिक़ ये ज़मीं कुछ कम है !!
मंज़िले हमारे करीब से गुज़रती गयी जनाब
और हम औरो को रास्ता
दिखाने में ही रह गये !!
हौसले बुलंद रखो मंज़िल मिल ही जाएगी
काँटों पर चलने वालों को
फूलों की राह मिलेगी !!
रास्ते कहां खत्म होते हैं ज़िन्दगी के सफ़र में
मंज़िल तो वही है जहां ख्वाहिशें थम जाएं !!
मंजिल पर शायरी
नहीं निगाह मे मंज़िल तो जुस्तजू ही सही
नहीं विसाल मयस्सर तो आरज़ू ही सही !!
बढ़ते चले गए जो वो मंज़िल को पा गए
मैं पत्थरों से पाँव बचाने में रह गया !!
मंज़िल को पाने की अक्सर ज़िद में पलते है
वह दुनिया जीत लेते है जो अकेले चलते है !!
कोई मंज़िल के क़रीब आ के भटक जाता है
कोई मंज़िल पे पहुँचता है भटक जाने से !!
किसी की सलाह से रास्ते जरूर मिलते है,
पर मंजिल तो खुद की मेहनत से ही मिलती हैं.
मंज़िल पाना तो बहुत दूर की बात है
गरूर में रहोगे तो रास्ते भी न देख पाओगे !!
पहुँचे जिस वक़्त मंज़िल पे तब ये जाना
ज़िन्दगी रास्तों में बसर हो गई !!
Manzil Ki Talash Shayari in Hindi
सामने हो मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना,
जो भी मन में हो वो सपना मत तोड़ना,
कदम कदम पर मिलेगी मुश्किल आपको
बस सितारे छूने के लिए जमीन मत छोड़ना.
मंजिल मिलने से दोस्ती भुलाई नहीं जाती
हमसफ़र मिलने से दोस्ती मिटाई नहीं जाती
दोस्त की कमी हर पल रहती है यार
दूरियों से दोस्ती छुपाई नहीं जाती !!
किसी को घर से निकलते ही
मिल गई मंजिल कोई हमारी
तरह उम्र भर सफ़र में आया!!
Meri Manzil Shayari
रफ़्ता-रफ़्ता मेरी जानिब मंज़िल बढ़ती आती है
चुपके-चुपके मेरे हक़ में कौन दुआएं करता है !!
मंजिल पाने की शायरी
सिर्फ़ इक क़दम उठा था ग़लत
राह-ए-शौक़ में
मंज़िल तमाम उम्र मुझे ढूँढती रही !!
मेरी पतंग भी तुम हो
उसकी ढील भी तुम
मेरी पतंग जहां कटकर गिरे
वह मंज़िल भी तुम !!
Manzil Status Hindi
मंज़िल का पता है न किसी
राहगुज़र का
बस एक थकन है कि जो
हासिल है सफ़र का !!
ऐसे चुप है कि ये मंजिल भी कड़ी हो जैसे,
तेरा मिलना भी जुदाई की घड़ी हो जैसे.
कामयाबी के लिए जरूरी है
सही रास्ता चुनना,
किसी भी रास्ते पे चलने से
मंजिल नहीं मिलती.
हल मुश्किल का पाने के लिए
दिमागी पेच लड़ाने पड़ते हैं,
बैठे-बैठे मंजिल नहीं मिलती
कुछ कदम बढ़ाने पड़ते हैं.
Manzil Pana Shayari
दिल के जज्बातों को खबर करते रहो,
जिंदगी मंजिल नहीं सफर है, चलते रहो.
सपनों की मंजिल पास नहीं होती,
जिन्दगी हर पल उदास नहीं होती,
ख़ुदा पर यकीन रखना मेरे दोस्त,
कभी-कभी वो भी मिल जाता है
जिसकी आस नहीं होती…
सफ़र से इश्क करना सीखों,
मंजिल तो कुछ पल की मेहमान है.
रोक नहीं सकता कोई,
मन से इतना कहना होगा,
मंजिल को पाने के लिए
कठिन रास्तों पर चलाना होगा.
मुसाफिर को रास्ते के
पत्थर स्वयं ही हटाने होगे
खुद ही अपनी मंजिल की
तरफ कदम बढ़ाने होगे..!
मंज़िले ख़ुद राह दिखाती है अग़र
ख़्वाहिश बुलन्द हो तो
खुदा की रहमत मंज़िल बन जाती है !!
अगर निगाहे हो मंज़िल पर और कदम हो राहो पर
ऐसी कोई राह नही जो मंज़िल तक ना जाती हो !!
मंजिल शायरी 2 लाइन
मंज़िल को हासिल करने वाले
अक्सर देर तक नही सोते !!
ना किसी से ईर्ष्या
ना किसी से कोई होड़
मेरी अपनी मंजीले
मेरी अपनी दौड़ !!
सफर बहुत लंबी होगी
रास्ते से मंजिल की दूरी होगी
मंजिल पर पहुंचेगा वही जिसकी
हर हाल में चलने की ज़िद होगी..!
रास्ते कहाँ खत्म होते है जिन्दगी के इस सफ़र में,
मंजिल तो वही है जहाँ ख्वाहिशें थम जाएँ.
किस हद तक जाना है ये कौन जानता है
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो किस
रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है !!
रास्तों की परवाह करूँगा,
तो मंजिल बुरा मान जायेगी,
फ़िक्र छोड़ दूँ रास्तों की
तो मंजिल ख़ुद ही
मेरे पास आती नजर आएगी.
मंजिल मिल ही जायेगी भटकते-भटकते ही सही,
गुमराह तो वो है जो घर से निकलते ही नहीं.
motivational मंजिल पाने की शायरी
ना पूछों कि मेरी मंजिल कहाँ है,
अभी तो सफ़र का इरादा किया है,
ना हारूँगा हौसला उम्र भर
ये मैंने किसी से नहीं, खुद से ही वादा किया है.
रास्ते मुश्किल है पर हम मंज़िल
ज़रूर पायेंगे
ये जो किस्मत अकड़ कर बैठी है इसे
भी ज़रूर हरायेंगे !!
तू साथ चलता तो शायद मंज़िल मिल जाती
मुझे मुझे तो कोई रास्ता पहचानता नहीं !!
चलता रहूँगा मै पथ पर चलने में
माहिर बन जाउंगा या तो मंज़िल
मिल जायेगी या मुसाफिर बन जाउंगा !
safar manzil shayari
कभी कभी लंगड़े घोड़े पे दाव
लगाना ज्यादा सही होता है,
क्योंकि दर्द जब जूनून बन जाए
तब मंजिल बहुत नजदीक लगने लगती हैं.
जिंदगी में मंज़िल तो मैंने पाया नहीं,
मगर राहों में जो लोग बड़े अच्छे मिले।
मंजिल तो मिल गई अब सफ़र कैसा,
जब ख़ुदा तेरे साथ है फिर डर कैसा.
ऐ मंजिल तुझे हासिल करके रहूंगा
अभी मैं चल रहा हूं पर ठहरा नही हूं..!
सीढ़ी की आसानी तुम्हे मुबारक हो
मैंने अपनी दम पर मंज़िल पाई है !!
safar 2 line shayari
गम में डूबी मेरी हर आहें है,
मंजिल का पता नहीं और काँटों भरी राहें है.
राहों में मुसीबत आई,
पर मैंने हार नहीं मानी,
मंजिल पर पहुँच कर लिखूँगा
अपनी सफलता की कहानी।
मंज़िल पा ली मैंने ठोकरें खा कर,
लेकिन मरहम ना पा सका मंजिल पाकर.
manzil shayari hindi
अनजानी राहो का
सफर मुश्किल लगता है
राही जमाने के रंगो
से बेखबर लगता है..!
एक मंज़िल है मगर राह कई हैं
सोचना ये है कि जाओगे
किधर से पहले !!
अपनी मंज़िल पे पहुँचना भी
खड़े रहना भी
कितना मुश्किल है बड़े हो के बड़े
रहना भी कितना मुश्किल है !!
दोस्तों हम आशा करते है की आपको मंजिल पर शायरी जरूर पसंद आए होंगे कृपया आप हमें कमेंट करके जरूर बताये और अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।