Majburi Quotes In Hindi – दोस्तों मजबूरी हर इंसान की जिंदगी में कभी न कभी आती है और जब इन्सान बहुत ज्यादा मजबूर हो जाता है तो मजबूरी में इंसान हर वो कार्य करता है जिसे करने के लिए वह कभी नहीं सोचता है और कुछ लोग ऐसे समय में इस मजबूरी का फायदा उठाने की भी कोशिश करते है लेकिन दोस्तों कभी किसी इंसान की मजबूरी का फायदा नही उठाना चाहिए इसलिए आज की इस पोस्ट में हम आप के लिए लेकर आये है Majburi Status, Majburi Shayari, Majburi Shayari in Hindi, और हम उम्मीद करते हैं यह Majburi Quotes In Hindi आपको काफी पसंद आएंगे
Majburi Quotes In Hindi | मजबूरी पर शायरी
जो लोग आपकी मजबूरी को समझते है,
वही आपके मजबूरी का फायदा उठाते है.
ऐसी भी क्या मजबूरी आ गई जनाब की
आपने हमारी चाहत का कर्ज़ा धोका दे
कर चुकाया।
अगर तेरी मजबूरी है भूल जाने की,
तो मेरी आदत है तुझे याद रखने की.
चुप रहना ही ठीक है आज कल के हिसाब से
अक्सर ज्यादा बोलने वाले धोके खा जाते हैं।
जब बदलने की
आदत होती है किसी की
फिर मजबूरियां रखनी
होती है भूलने की..!
मिलना एक इत्तेफ़ाक है
और बिछड़ना मजबूरी है
चार दिन की इस जिन्दगी में
सबका साथ होना जरूरी है !!
majburi shayari in hindi
क्या थी मजबूरी तेरी
जो रस्ते बदल लिए तूने
हर राज कह देने वाले
क्यों इतनी सी बात छुपा ली तूने
ऐसा नही है की वक्त ने मौका नहीं दिया,
हम आगे बढ़ सकते थे,
पर तूने मजबूर किया !
तेरी ख़ामोशी अगर तेरी मजबूरी है
तो रहने दो इश्क़ भी कौन सा जरूरी है !!
मेरी मजबूरी को समझो जो
तुम्हारा साथ ना दे पाई
दिल तो मेरा यही चाहता है
की बन जाऊं तेरी परछाई..!
majboori quotes in hindi
बचपन में कहानी सुन कर सोते थे
आज अपनी ही कहानी पर रो कर सोते हैं।
हर प्यार में एक एहसास होता है,
हर काम का एक अंदाज होता है,
जब तक ना लगे बेवफाई की ठोकर,
हर किसी को अपनी पसंद पे नाज़ होता है.
कभी – कभी सब कुछ पता होकर भी हम
खामोश रहते है क्युकी अगर कुछ बोल देंगे
तो रिश्ते खत्म हो जायेंगे।
कुछ तो मजबूरी
उसकी भी रही होगी
यूं ही नही कोई अपने
प्यार को छोड़ देता है..!
कोई मजबूरी होगी जो वो याद
नहीं करते
सम्भल जा ऐ दिल तुझे तो रोने
का बहाना चाहिए !!
2 line majboori shayari
उन्हें चाहना हमारी कमजोरी है
उनसे नहीं कहे पाना हमारी मजबूरी है !!
उसे चाहना हमारी कमजोरी है !
वो क्यू न समझते हैं हमारी खामोशी को ।
उन से कह न पाना हमारी मजबूरी है !
थके लोगों को मजबूरी में
चलते देख लेता हूँ
मैं बस की खिड़कियों से ये
तमाशे देख लेता हूँ !!
तुम्हारा तो झूठ भी इतना सच्चा होता है की,
हम हर बार आंख बंद करके यकीं कर लेते हैं।
अजीब है मेरा अकेलापन ना खुश हूँ
ना उदास हूँ बस खली हूँ और खामोश हूँ।
कितने मजबूर हैं हम,प्यार के हाथों
ना तुझे पाने की औकात, ना तुझे
खोने का हौसला.
उन्हें चाहना हमारी कमजोरी है,
उनसे नहीं कहे पाना हमारी मजबूरी है,
ओ क्यों नही समझते हमारी ख़ामोशी को
क्या प्यार का इजहार करना जरूरी है.
मैं मजबूरियां ओढ़ कर निकलता हूँ घर
से आज कल,वरना शौक तो आज भी है
बारिशों में भीगने का।
halat se majboor shayari
वो छोड़ के गए हमें,न जाने उनकी
क्या मजबूरी थी,खुदा ने कहा इसमें
उनका कोई कसूर नहीं,ये कहानी
तो मैंने लिखी ही अधूरी थी.
न खेल दिल से मेरे न जज़्बातों से
बहुत बुरी तरह टूटा है ये दिल
अब डर लगता है इश्क़ की बातों से.
मजबूरियों के नाम है जिंदगी
कही सुबह तो कही शाम है जिंदगी
आप मुझे मजबूर ना करो इश्क करने को
कही छुप कर दो कही सरेआम है जिंदगी.!!
किसी की मजबूरी का मजाक
ना बनाओ यारों
जिन्दगी कभी मौका देती है तो
कभी धोखा भी देती है !!
वो करीब तो बहुत है
मगर कुछ दूरी के साथ
हम दोनों जी तो रहे है
मगर मजबूरी के साथ !!
Majboori Par Shayari
“होगी कोई मजबूरी उसकी भी,
जो बिन बताएं चला गया,
वापस भी आया तो किसी
और का होकर आया !
दिल डरता है अब शिकायतें करने से
लोग गलती सुधारने की जगह छोड़ना
ज्यादा बेहतर समझते हैं।
दम तोड़ जाती है हर शिकायत
लबों पे आकर जब मासूमियत से
वो कहती है मैंने क्या किया है.
किसी की मजबूरी का मजाक ना
बनाओ यारों,जिन्दगी कभी मौका
देती है तो कभी धोखा भी देती है.
मिलना एक इत्तेफ़ाक है,
और बिछड़ना मजबूरी है,
चार दिन की इस जिन्दगी में
सबका साथ होना जरूरी है.
तेरी ख़ामोशी अगर तेरी मज़बूरी हैं
तो रहने दे इश्क कौन सा जरुरी हैं.
जब कोई इंसान नज़र अंदाज़ करना शुरू
करदे तोह समझ लेना उसकी ज़रूरतें पूरी
हो गई है।
कितने मजबूर हैं हम
प्यार के हाथों
ना तुझे पाने की औकात
ना तुझे खोने का हौसला !!
मजबूरी शायरी इन हिंदी
कुछ अलग ही करना है तो वफ़ा करो
वरना मजबूरी का नाम लेकर
वफाई तो सभी करते है !!
रात को रो कर सोना और सुबह उठकर
किसी को महसूस न होने देना ज़िन्दगी ये
हुनर भी सीखा देती है।
क्या थी मजबूरी तेरी जो रस्ते बदल
लिए तूने हर राज कह देने वाले
क्यों इतनी सी बात छुपा ली तूने.
आप दिल से यूँ पुकारा ना करो
हमको यूँ प्यार से इशारा ना करो
हम दूर हैं आपसे ये मजबूरी है हमारी
आप तन्हाइयों मे यूँ रुलाया ना करो.
कुछ अलग ही करना है तो वफ़ा
करो वरना मजबूरी का नाम लेकर
वफाई तो सभी करते है.
प्यार तो सब करते हैं लेकिन
निभाते बोहोत काम लोग है।
कभी गम तो कभी ख़ुशी देखी
हमने अक्सर मजबूरी और बेबसी देखी
उनकी नाराज़गी को हम क्या समझें
हमने तो खुद अपनी तकदीर
की बेबसी देखी !!
Majburi status in Hindi
अगर तेरी मजबूरी है भूल जाने की
तो मेरी आदत है तुझे याद रखने की !!
मजबूरी में जब जुदा होता है,
ज़रूरी नहीं के वो बेवफा होता है,
दे कर वो आपकी आँखों में आँसू,
अकेले में आपसे भी ज्यादा रोता है.
हमे हर उस शख्स से नफरत है
जो साथ रेह कर हमेशा खिलाफ थे।
आप दिल से यूँ पुकारा ना करो
हमको यूँ प्यार से इशारा ना करो
हम दूर हैं आपसे ये मजबूरी है हमारी
आप तन्हाइयों मे यूँ रुलाया ना करो !!
वो मजबूरियों से घिरा है
वो मजबूर बहुत है
वो डरता नहीं मोहब्बत से
इसलिए मशहूर बहुत है !!
दुनिया का यही दस्तूर है साथ
वह तक मतलब जहा तक।
तुम बेवफा नहीं ये तो धड़कने भी कहती हैं,
अपनी मजबूरी का एक पैगाम तो भेज देते।
Majboori Shayari Hindi
कुछ अलग ही करना है तो वफ़ा करो,
वरना मजबूरी का नाम लेकर बेवफाई
तो सभी करते है.
देखा है हमने भी आज़मा कर,
दे जाते है धोखा लोग करीब आकर,
कहती है दुनिया मगर दिल नही
मानता, क्या आप भी भुल जाओगे
हमें अपना बना कर.
मजबूरियॉ ओढ़ के निकलता हूं
घर से आजकल
वरना शौक तो आज भी है
बारिशों में भीगनें का !!
ओ क्यों नही समझते हमारी ख़ामोशी को
क्या प्यार का इजहार करना जरूरी है !!
ये न समझ के मैं भूल गया हूँ तुझे
तेरी खुशबू मेरी सांसो में आज भी है
मजबूरी ने निभाने न दी मोहब्बत
सच्चाई तो मेरी वफ़ा में आज भी है.
अपना बनाकर फिर कुछ दिनों में
बेगाना बना दिया
भर गया दिल हमसे और मजबूरी
का बहाना बना दिया !!
खामोशी समझदारी भी है और
मजबूरी भी कहीं नज़दीकियां
बढ़ाती है और कहीं दूरी भी.
मैं मजबूरियां ओढ़ कर निकलता हूँ
घर से आज कल
वरना शौक तो आज भी है
बारिशों में भीगने का !!
थक जाता हु अनकहे शब्दों के बोझ
से पता नहीं चुप रहना समझदारी हे
या मजबूरी।
किसी की मजबूरी शायरी
किसी की मजबूरी
कोई समझता नहीं
दिल टूटे तो दर्द होता है
मगर कोई कहता नहीं !!
सब गुलाम है अपने हालातों के यहाँ,
बेचैन आँखे सोती नहीं रातों में यहाँ।
कोई ऐसा चाहिए जो हाथ थाम कर
कहे वक़्त ही तोह है आज बुरा है तो
कल बेहतरीन होगा।
तुझसे दूर रहकर मोहब्बत बढ़ती जा रही है
केसे कहूँ ये दुरी तुझे और करीब ला रही है.
किसी की अच्छाई का
इतना भी फायदा मत उठाओ
कि वो बुरा बनने के लिये
मजबूर बन जाये !!
हालात से मजबूर शायरी
इंसान हँसता तो सबके सामने है
लेकिन रोता सिर्फ उसी के सामने है
जिससे वो खुद से ज्यादा भरोशा और
प्यार करता है.
खामोशी समझदारी भी है
और मजबूरी भी
कहीं नज़दीकियां बढ़ाती है
और कहीं दूरी भी !!
तुम्हे इतना चाहा की किसी और
को चाहने की चाहत ही नहीं रही।
देख लेना किसी दिन एहसास होगा तुम्हे
की था कोई जो बिना मतलब चाहता था तुम्हे।
दोस्तों हम आशा करते है की आपको मजबूरी पर शायरी जरूर पसंद आए होंगे कृपया आप हमें कमेंट करके जरूर बताये और अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।